Isabgol is an important Ayurvedic herb
इसबगोल के बीज (Isabgol Seed):-इसबगोल के बीज, जिसे Psyllium Seed के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। यह पौधा Plantago ovata से प्राप्त होती है और इसके बीजों के बाहरी छिलके का उपयोग स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न लाभों के लिए किया जाता है।
वैज्ञानिक नाम (Scientific Name):- Plantago ovata
इसबगोल की बीज के गुण (Properties of Isabgol Seed):
* इसबगोल की बीज घुलनशील फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है।
* पानी में घुलने पर, यह फूल जाती है और एक जेल जैसा पदार्थ बनाती है।
इसबगोल की बीज का उपयोग (Uses of Isabgol Seed):
* इसबगोल की बीज का उपयोग आमतौर पर पाउडर के रूप में किया जाता है।
* इसे पानी या दूध के साथ सुबह खाली पेट लिया जा सकता है।
* इसका उपयोग दही, स्मूदी या फलों के रस में भी किया जा सकता है।
* कुछ मामलों में, इसबगोल की बीज का उपयोग कैप्सूल के रूप में भी किया जाता है।
इसबगोल की बीज के बारे में सावधानियां (Precautions for Isabgol Seed):
* इसबगोल की बीज का सेवन करने से पहले भरपूर मात्रा में पानी जरूर पिएं।
* पर्याप्त पानी के बिना, इसबगोल पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है।
* गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसबगोल का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
* कुछ दवाओं के साथ इसबगोल का सेवन दवा के अवशोषण में बाधा उत्पन्न कर सकता है। इसलिए, यदि आप कोई दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
इसबगोल की भूसी :
इसबगोल की भूसी, जिसे Psyllium Husk के नाम से भी जाना जाता है, उसी पौधे Plantago ovata से प्राप्त होती है, जिससे इसबगोल की बीज प्राप्त होती है। हालांकि, भूसी में बीज नहीं होते हैं, बल्कि बीज के बाहरी आवरण का उपयोग किया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जिसका उपयोग सदियों से पाचन संबंधी समस्याओं और अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है।
इसबगोल की भूसी के फायदे (Benefits of Isabgol Husk):
* कब्ज से राहत: इसबगोल की भूसी की जेलयुक्त बनावट मल को नरम बनाती है और आंतों के माध्यम से आसानी से गुजरने में मदद करती है, जिससे कब्ज से राहत मिलती है।
* पाचन क्रिया में सुधार: फाइबर से भरपूर होने के कारण, इसबगोल की भूसी पाचन क्रिया को सुचारू बनाती है और मल त्याग को नियमित करती है।
* कोलेस्ट्रॉल कम करना: घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करने में मदद करता है, जिससे रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है।
* रक्त शर्करा नियंत्रण: यह भोजन के बाद रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
* पेट का अल्सर: इसबगोल की जेलयुक्त बनावट पेट के अल्सर को ढकने में मदद कर सकती है, जिससे जलन और सूजन कम हो सकती है।
* वजन घटाना: फाइबर से भरपूर होने के कारण यह जल्दी तृप्ति का एहसास देती है और वजन घटाने में सहायक हो सकती है।
इसबगोल बीज और इसबगोल की भूसी में अंतर (Difference between Isabgol Seed and Isabgol Husk):
* इसबगोल बीज में कठोर बीज होते हैं, जबकि इसबगोल की भूसी बीज के बिना बाहरी आवरण होती है।
* इसबगोल की भूसी में आमतौर पर इसबगोल के बीज की तुलना में थोड़ा अधिक फाइबर होता है।
निष्कर्ष (Conclusion):
इसबगोल की बीज एक सुरक्षित और प्रभावी जड़ी बूटी है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। हालांकि, इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना और किसी भी दुष्प्रभाव से बचने के लिए सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।
इसबगोल से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :-
1. क्या ईसबगोल आंतों को साफ करता है?
यह आंत में मौजूद बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक विषाक्त पदार्थों को अवशोषित करने में मदद करता है। इसबगोल के दैनिक सेवन से भोजन की लालसा पर अंकुश लगता है और अत्यधिक खाने की संभावना कम हो जाती है। यह बृहदान्त्र को साफ़ करने में भी मदद करता है और शरीर में भोजन के स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देता है।
2. क्या इसबगोल गैस्ट्राइटिस के लिए अच्छा है?
इस्पगुला या साइलियम भूसी इस्पगुला, जिसे आमतौर पर इसबगोल के नाम से जाना जाता है, गैस्ट्रिक समस्याओं में चमत्कार करता है । दही के साथ इसका सेवन करने से पेट की खराबी, अपच और दस्त की समस्या से राहत मिलती है। इसे ठंडे दूध के साथ लेने से एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों के इलाज में मदद मिलती है। गर्म दूध के साथ इसबगोल का सेवन करने से कब्ज की समस्या ठीक हो जाती है।
3. ईसबगोल एक एंटासिड है?
यह एसिडिटी का इलाज करने और शरीर में अतिरिक्त यूरिया को कम करने में भी मदद करता है । इसबगोल दस्त के लिए एक प्राकृतिक उपचार है। यह उत्पाद वजन घटाने में भी मदद करता है।
4. क्या साइलियम गैस बढ़ाता है?
साइलियम और मिथाइल सेल्युलोज़ (और संभवतः कैल्शियम पॉलीकार्बोफिल) गैस के उत्पादन में वृद्धि नहीं करते हैं ; हालाँकि, इनके परिणामस्वरूप अभी भी सूजन की अनुभूति हो सकती है।