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Shilajit is a natural substance which has a very important place in Indian Ayurvedic medicine

शिलाजीत:-शिलाजीत एक प्राकृतिक पदार्थ है जिसे भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। यह हिमालय, तिब्बत, और अन्य ऊँचे पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता है। शिलाजीत का उपयोग हजारों वर्षों से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज और शारीरिक शक्ति, सहनशक्ति और संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए किया जाता रहा है।

वैज्ञानिक नाम (Scientific Name) : Asphaltum punjabianum

शिलाजीत के फायदे:

1. ऊर्जा और सहनशक्ति:

* ऊर्जा वृद्धि: शिलाजीत का सेवन शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है और थकान को कम करता है।

* सहनशक्ति: यह शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति को बढ़ाता है, जिससे आप अधिक समय तक सक्रिय रह सकते हैं।

2. संज्ञानात्मक सुधार:

* स्मृति और ध्यान: शिलाजीत मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाता है, जिससे स्मृति और ध्यान में सुधार होता है।

* मानसिक स्पष्टता: यह मानसिक स्पष्टता और सतर्कता को बढ़ाता है।

3. प्रतिरक्षा प्रणाली:

* प्रतिरोधक क्षमता: शिलाजीत का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करता है।

* एंटीऑक्सीडेंट गुण: शिलाजीत में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर को मुक्त कणों से बचाते हैं।

4. पुरुष स्वास्थ्य:

* टेस्टोस्टेरोन स्तर: शिलाजीत का नियमित सेवन पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।

* प्रजनन क्षमता: यह प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है और शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधार करता है।

5. महिलाओं का स्वास्थ्य:

* हड्डियों का स्वास्थ्य: शिलाजीत हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाव करता है।

* हार्मोन संतुलन: यह हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे मासिक धर्म संबंधी समस्याओं में राहत मिलती है।

6. वजन प्रबंधन:

* मेटाबोलिज्म: शिलाजीत का सेवन मेटाबोलिज्म को बढ़ावा देता है, जिससे वजन नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

* वसा का ऑक्सीकरण: यह शरीर में वसा के ऑक्सीकरण को बढ़ाता है, जिससे वजन घटाने में सहायता मिलती है।

शिलाजीत के नुकसान और सावधानियाँ:

1. अत्यधिक सेवन:

* दुष्प्रभाव: शिलाजीत का अत्यधिक सेवन करने से चक्कर आना, उल्टी, दस्त, और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

2. गर्भावस्था और स्तनपान:

* सावधानी: गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को शिलाजीत का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

3. स्वास्थ्य समस्याएँ:

* मौजूदा स्वास्थ्य समस्याएँ: यदि आपको किसी प्रकार की पुरानी बीमारी है, जैसे कि हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, या मधुमेह, तो शिलाजीत का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें।

4. शुद्धता की जाँच:

* अशुद्ध शिलाजीत: बाजार में अशुद्ध या मिलावटी शिलाजीत मिल सकता है। इसलिए, विश्वसनीय स्रोत से ही शुद्ध शिलाजीत खरीदें।

उपयोग की विधियाँ:

1. पानी या दूध के साथ:

* शिलाजीत को पानी या दूध में घोलकर सेवन करें। यह विधि सरल और प्रभावी होती है।

2. चूर्ण या कैप्सूल:

* शिलाजीत चूर्ण या कैप्सूल के रूप में भी उपलब्ध है। इन्हें पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है।

3.आयुर्वेदिक नुस्खे:

* शिलाजीत का उपयोग विभिन्न आयुर्वेदिक नुस्खों में भी किया जाता है, जैसे कि त्रिफला, अश्वगंधा, और शतावरी के साथ मिलाकर।

निष्कर्ष:

शिलाजीत एक बहुमूल्य आयुर्वेदिक औषधि है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। इसके सेवन से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में और चिकित्सक की सलाह के अनुसार करना चाहिए। हमेशा शुद्ध शिलाजीत का चयन करें और किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए पहले परामर्श अवश्य लें।

शिलाजीत से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :-

1. शिलाजीत खाने से क्या क्या फायदे होते हैं?

शिलाजीत में फुल्विक एसिड और होता है 84 से अधिक खनिज , इसलिए यह कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह आपके शरीर की प्रतिरक्षा और याददाश्त में सुधार करने के लिए एक एंटीऑक्सिडेंट, एक सूजन-रोधी, एक ऊर्जा बूस्टर और आपके शरीर से अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालने के लिए एक मूत्रवर्धक के रूप में कार्य कर सकता है।

2. शिलाजीत किसे नहीं लेना चाहिए?

यदि आपको सिकल सेल एनीमिया, हेमोक्रोमैटोसिस (आपके रक्त में बहुत अधिक आयरन), या थैलेसीमिया है तो शिलाजीत न लें। इस पूरक से एलर्जी होना संभव है। यदि आपको चकत्ते, हृदय गति बढ़ जाए या चक्कर आ जाए तो शिलाजीत लेना बंद कर दें।

3. शिलाजीत कितने दिन तक खाना चाहिए?

​1 दिन में शिलाजीत कितनी मात्रा में खाना चाहिए - 

प्रति दिन 300 से 500 मिलीग्राम शिलाजीत है खाने की सलाह दी जाती है। हालांकि, यह बेहद जरूरी है कि किसी भी प्राकृतिक सप्लीमेंट को लेने से पहले डॉक्टर से बात सलाह लें। 

4. गर्मियों में शिलाजीत कैसे खाएं ? गर्मियों में शिलाजीत का सेवन कैसे करें ?

गर्मियों में इस तरह खाएं शिलाजीत ..

एक सामान्य तरीका यह है कि शिलाजीत की थोड़ी मात्रा को पानी या दूध में मिलाकर सुबह खाली पेट पिएं। ..

अगर आपने हाल ही में शिलाजीत लेना शुरू किया है, तो इसे बहुत कम मात्रा में अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

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