Chitrakamool an ancient Ayurvedic herb (चित्रकमूल (Chitrakmool) एक प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी)
चित्रकमूल (Chitrakmool) एक प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जिसे , डॉक्टरबुश या सीलोन भी कहा जाता है, अपने औषधीय महत्व के लिए जाने जाने वाले सबसे पुराने पौधों में से एक है और इसे आयुर्वेद में रसायन माना जाता है। इसके स्वास्थ्य लाभों के कारण इसे पूरे भारत में जंगली या खेती योग्य अवस्था में उगाया जाता है।
इसके कई फायदे होते हैं, लेकिन इसके अधिक सेवन से भी कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
"चित्रकमूल का वैज्ञानिक नाम "Plumbago zeylanica" है।"
चित्रकमूल के कुछ लाभ/उपयोग:
* यह मधुमेह को नियंत्रित करता है।
* अपने मधुमेह विरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण इंसुलिन स्राव को बढ़ाकर रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है।
* रक्त में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करता है।
* वजन घटाने में मदद करता है|
* पाचन, गैस, बवासीर, कष्टार्तव, गठिया में मदद करता है, पसीने को बढ़ावा देता है और छोटी खुराक केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती है।
चित्रकमूल के फायदे:
पाचन को सुधारना: चित्रकमूल का उपयोग पाचन को सुधारने में मद्ददगार है और अपच, गैस,और कब्ज को कम कर सकता है।
पेट संबंधित समस्याओं का उपचार: यह पेट के रोगों जैसे कि गैस, एसिडिटी, और उल्टी को शांत कर सकता है।
विषम आहार का समर्थन: चित्रकमूल विषम आहार को संतुलित करने में मदद कर सकता है और पेट की साफ-सफाई में सहायक होता है।
मोटापा कम करने में सहायक: इसका सेवन मोटापा को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि यह मेटाबोलिज्म को बढ़ावा देता है।
चित्रकमूल के नुकसान:
अतिसेवन से पेट की समस्याएं: अधिक सेवन करने से पेट की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि एसिडिटी, उल्टी, और पेट दर्द।
हार्ट के रोग: अत्यधिक सेवन करने से हार्ट के रोग की भी संभावना हो सकती है।
खुन की शक्ति को कम कर सकता है: लंबे समय तक अधिक सेवन से यह शरीर की खून की शक्ति को कम कर सकता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए असुरक्षित: चित्रकमूल का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए असुरक्षित हो सकता है, इसलिए इसे उन्हें लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
चित्रकमूल से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :-
1. चित्रक हरीतकी का क्या उपयोग है?
चित्रक हरीतकी, जिसे चित्रक हरीतक अवलेह भी कहा जाता है, एक आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन है जिसका उपयोग अस्थमा और क्रोनिक राइनाइटिस जैसी श्वसन स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है। यह खांसी, सर्दी और सांस लेने में कठिनाई (डिस्पेनिया) को प्रबंधित करने में भी सहायक हो सकता है|
2. चित्रक चूर्ण कैसे लेते हैं?
चित्रक चूर्ण लेने का तरीका आपकी व्यक्तिगत स्थिति और स्वास्थ्य समस्या पर निर्भर करता है।
यहाँ कुछ सामान्य तरीके दिए गए हैं:
(1)पानी के साथ:
चित्रक चूर्ण को पानी के साथ मिलाकर पी भी सकते हैं।
आमतौर पर, 1-2 ग्राम चित्रक चूर्ण को 100 मिली पानी में मिलाकर दिन में दो बार पीया जाता है।
आप इसे शहद या गुड़ के साथ भी मिला कार भी ले सकते हैं।
(2) दूध के साथ:
चित्रक चूर्ण को दूध में मिलाकर भी लिया जा सकता है।
यह पेट के लिए अधिक सुखदायक हो सकता है।
1-2 ग्राम चित्रक चूर्ण को 100 मिली दूध में मिलाकर दिन में दो बार लिया जा सकता है।
(3) घी के साथ:
चित्रक चूर्ण को घी के साथ मिलाकर भी लिया जा सकता है।
यह कब्ज को दूर करने में बहुत ही मद्ददगार है।
1-2 ग्राम चित्रक चूर्ण को 10 ग्राम घी में मिलाकर दिन में दो बार लिया जा सकता है।
(4). आप चित्रक का उपयोग कैसे करते हैं?
चित्रक हरीतकी हर्बल जैम के रूप में उपलब्ध है। अस्थमा या खांसी के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए आप 5-6 ग्राम चित्रक हरीतकी या चिकित्सक के निर्देशानुसार ले सकते हैं। इसे दिन में एक या दो बार लें, बेहतर होगा कि भोजन के बाद दूध के साथ लें । स्व-दवा या अधिक मात्रा में चित्रक हरीतकी लेने से बचें।