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Yellow Asparagus Root Benefits, Side Effects and Uses

पीली शतावरी जड़ के औषधीय गुण: जानें इसके फायदे, नुकसान और उपयोग के सही तरीके 


पीली शतावरी जड़ का परिचय (Introduction to Yellow Asparagus Root)

भारत में आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। जड़ी-बूटियों का उपयोग केवल बीमारियों के इलाज के लिए ही नहीं बल्कि एक स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने के लिए भी किया जाता रहा है। इन्हीं औषधियों में से एक है पीली शतावरी (Yellow Asparagus Root), जिसे संस्कृत में शतावरी (Shatavari) और अंग्रेजी में Asparagus Racemosus (एस्परैगस रेसमोसस) कहा जाता है। 

यह पौधा मुख्य रूप से भारत, नेपाल और श्रीलंका में पाया जाता है और इसके जड़ों का उपयोग आयुर्वेद में औषधीय रूप में किया जाता है। यहाँ,हम पीली शतावरी जड़ के औषधीय गुण क्या है, इसके फायदे,नुकसान और इसके सही उपयोग करने का तरीका क्या है इन सब के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे| 

पीली शतावरी जड़ क्या है? (What is Yellow Asparagus Root?)

शतावरी का अर्थ (Meaning of Asparagus):

“शतावरी” शब्द दो भागों से मिलकर बना है, शत + अवरी| “शत” का अर्थ है सौ (100) और  “अवरी” का अर्थ है पति या पुरुष| तो इसका अर्थ हुआ – “सौ पतियों को संतुष्ट करने वाली”। यानि यह विशेष रूप से महिलाओं और पुरुषों दोनों के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत ही लाभकारी मानी जाती है। तथा संस्कृत में शतावरी को “शतावरीका” कहा गया है। आयुर्वेद ग्रंथों के अनुसार यह स्त्रियों की शक्ति, स्तनपान की क्षमता और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए श्रेष्ठ औषधि है।

पीली शतावरी जड़ का अर्थ है (Yellow Asparagus Root Meaning):

एक ऐसा प्राकृतिक पौधा जिसकी जड़ें पीले रंग की होती हैं और जिनमें स्वास्थ्य सुधारने वाले औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह जड़ पाचन, मानसिक शांति, रोग प्रतिरोधक क्षमता और स्त्री-पुरुष दोनों के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए वरदान मानी जाती है। पीली शतावरी की जड़ें अपने पोषक तत्वों और औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेदिक दवाओं और घरेलू उपचारों में अपनी खास जगह रखती हैं

पीली शतावरी जड़ के औषधीय गुण क्या है? (Medicinal Properties of Yellow Asparagus Root?)

इसकी जड़ों में कई ऐसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं जो इसे औषधीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाते हैं। इसमें पाए जाने वाले प्रमुख गुण हैं निम्न है:

एंटीऑक्सीडेंट गुण – यह शरीर से हानिकारक फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालने में मदद करता है।

एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण – यह सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होता है।

एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण – संक्रमण से बचाव में मददगार।

एडेप्टोजेनिक गुण – मानसिक तनाव को कम करने और मन को शांत रखने में सहायक है।

हार्मोन संतुलन – यह विशेषकर महिलाओं में हार्मोन असंतुलन को नियंत्रित करने में मदद करता है।

प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने वाला – यह हमारे शरीर को रोगों से लड़ने के लिए मजबूत बनाता है।

पीली शतावरी जड़ के क्या फायदे है? (What are the Benefits of Yellow Asparagus Root?)

पीली शतावरी जड़ के लाभ निम्न प्रकार है: 

1. महिलाओं के लिए लाभकारी

  • मासिक धर्म की अनियमितता को दूर करता है।
  • रजोनिवृत्ति (Menopause) के दौरान हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करता है।
  • गर्भावस्था के बाद शरीर को पोषण देने और स्तनों में दूध की मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है।
  • महिलाओं की प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाता है।

2. पुरुषों के लिए लाभकारी

  • यह पुरुष में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
  • वीर्य की गुणवत्ता और संख्या में सुधार करता है।
  • यौन शक्ति और सहनशक्ति बढ़ाने के लिए उपयोगी है।

3. पाचन स्वास्थ्य के लिए

  • कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्या को दूर करता है।
  • पेट को ठंडक प्रदान करता है।
  • भूख को बढ़ाता है और पाचन को मजबूत बनाता है।

4. मानसिक स्वास्थ्य में सहायक

  • तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने में मदद करता है।
  • नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है।
  • मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखता है।

5. रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि

  • यह हमारे शरीर को संक्रमण और बीमारियों से बचाने में मदद करता है|
  • मौसमी बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी और बुखार में लाभकारी है।

6. हड्डियों और जोड़ों के लिए लाभकारी

  • यह हड्डियों को मजबूत करता है।
  • गठिया (Arthritis) और जोड़ों के दर्द में आराम दिलाता है।

7. त्वचा और बालों के लिए लाभकारी

  • त्वचा की नमी बनाए रखता है और चमक प्रदान करता है।
  • चेहरे पर झुर्रियों और बुढ़ापे के लक्षणों को कम करता है।
  • बालों को झड़ने से रोकता है और उनकी मजबूती बढ़ाता है।

8. मधुमेह में सहायक

  • यह ब्लड शुगर को सामान्य स्तर पर बनाए रखने में मदद करता है।
  • इंसुलिन के स्तर को संतुलित करता है।

9. हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

  • कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।
  • रक्तचाप को संतुलित रखने में मदद करता है।
  • हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है।

पीली शतावरी जड़ का उपयोग कैसे करें? (How to Use Yellow Aparagus Root?)

पीली शतावरी जड़ का सेवन हम कई रूपों में कर सकते है। सही तरीके से उपयोग करने पर ही इसका पूरा लाभ मिलता है।

पाउडर के रूप में:

  • 1-2 चम्मच शतावरी चूर्ण को दूध या गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है।
  • इसका सुबह-शाम नियमित सेवन करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं।

काढ़ा बनाकर:

  • शतावरी जड़ को पानी में उबालकर काढ़ा बनाया जा सकता है।
  • यह पाचन और प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने में सहायक है।

शरबत के रूप में:

  • बाजार में शतावरी शरबत उपलब्ध है।
  • गर्मियों में इसे ठंडक पाने और पाचन सुधारने के लिए लिया जा सकता है।

कैप्सूल या टैबलेट के रूप में:

  • आजकल शतावरी के कैप्सूल और टैबलेट भी उपलब्ध हैं।
  • चिकित्सक की सलाह से इन्हें लिया जा सकता है।

दूध के साथ मिश्रण:

  • शतावरी पाउडर को दूध में मिलाकर पीने से शरीर को ताकत और ऊर्जा मिलती है।

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पीली शतावरी जड़ के नुकसान क्या है?  (Side Effects of Yellow Saragus Root)

हालांकि यह प्राकृतिक जड़ी-बूटी है और पीली शतावरी के फायदे कई हैं, लेकिन कुछ परिस्थितियों में इसके नुकसान भी हो सकते हैं। जैसे-

  • एलर्जी की समस्या – कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है।
  • अधिक सेवन से पेट की समस्या – उल्टी, दस्त या पेट दर्द हो सकता है।
  • गर्भावस्था में सावधानी – गर्भवती महिलाएँ बिना डॉक्टर की सलाह लिए इसका सेवन न करें।
  • ब्लड शुगर कम होना – मधुमेह के मरीजों को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।
  • हॉर्मोन से जुड़ी दवाओं के साथ टकराव – यदि आप हॉर्मोनल दवाएँ ले रहे हैं तो शतावरी का सेवन डॉक्टर से पूछकर करें।

पीली शतावरी जड़ का उपयोग करते समय सावधानियाँ

इसका सेवन करते समय हमें निम्न सावधानियाँ बरतनी चाहिए:

  • हमेशा सीमित मात्रा (1–2 चम्मच प्रतिदिन) में ही इसका सेवन करें।
  • किसी भी गंभीर बीमारी की स्थिति में डॉक्टर की सलाह से ही उपयोग करें।
  • छोटे बच्चों को बिना चिकित्सक की सलाह के न दें।
  • एलर्जी वाले लोग शतावरी का सेवन करने से बचें।


पीली शतावरी जड़ एक अत्यंत ही उपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है, जो महिलाओं और पुरुषों दोनों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। यह पाचन, मानसिक शांति, प्रजनन स्वास्थ्य, प्रतिरक्षा शक्ति, त्वचा और हड्डियों की मजबूती के लिए प्राकृतिक वरदान है। लेकिन एक बात याद रखें कि, इसका सेवन हमेशा सही मात्रा में और चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही करें, अन्यथा पीली शतावरी के दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।

अगर आप अपने दैनिक जीवन में प्राकृतिक औषधियों को शामिल करना चाहते हैं, तो पीली शतावर जड़ निश्चित रूप से आपके स्वास्थ्य को संतुलित और मजबूत बनाने में मदद कर सकती है।


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