Beetroot Benefits, Side effects and Uses
चुकंदर के औषधीय गुण: जानिए इसके फायदे, नुकसान और उपयोग करने का सही तरीका
चुकंदर का परिचय (Introduction of Beetroot)
चुकंदर, जिसे अंग्रेजी में Beetroot कहा जाता है, यह एक ऐसी जड़ वाली सब्जी है जो पूरे साल आसानी से मिल जाती है। इसे हम सलाद, जूस या सब्जी के रूप में खाते हैं। यह देखने में जितना सुंदर और रंगीन होता है, उतना ही यह शरीर के लिए फायदेमंद भी है।
चुकंदर का रंग गहरा लाल या बैंगनी होता है और यही रंग इसके पोषक तत्वों का प्रतीक है। इसमें आयरन, फोलेट, फाइबर और कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं जो शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं।
कह सकते हैं कि छोटा दिखने वाला यह लाल चुकंदर सेहत के लिए किसी खज़ाने से कम नहीं है।
आज हम यहाँ विस्तार से जानेंगे —
- चुकंदर के औषधीय गुण क्या हैं
- इसके सेवन के फायदे और नुकसान
- इसे सही तरीके से कैसे खाएं
- कौन लोग इसे नहीं खाएं
- और किन बीमारियों में यह रामबाण साबित होता है
चुकंदर क्या है? (What is Beetroot in Hindi?)
चुकंदर एक जड़ वाली सब्जी (Root Vegetable) है जो मिट्टी के अंदर उगती है। इसका वैज्ञानिक नाम Beta vulgaris है, इसका पौधा लगभग 30 से 90 सेंटीमीटर ऊँचा होता है और इसके पत्ते मूली या शलगम के पत्तों जैसे दिखाई देते हैं।
यह अमरंथ परिवार से जुड़ी है और इसमें प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला लाल रंग बीटालेन (Betalain) कहलाता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है। इसके फूल छोटे-छोटे गुच्छों में लगते हैं और इसकी जड़ गहरे लाल या बैंगनी रंग की होती है। भारत में चुकंदर खासकर सितंबर से फरवरी के बीच ज़्यादा मिलता है।
चुकंदर का उपयोग सिर्फ खाने के लिए ही नहीं, बल्कि इसे औषधि के रूप में भी किया जाता है। इसमें ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर की कई बीमारियों से रक्षा करते हैं और ऊर्जा बढ़ाते हैं।
चुकंदर के औषधीय गुण (Medicinal Properties of Beet Root in Hindi)
चुकंदर सिर्फ एक सब्जी नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक औषधि है। इसमें पाए जाने वाले गुण शरीर को अंदर से शुद्ध करते हैं और कई बीमारियों से बचाते हैं। चुकंदर के आयुर्वेदिक औषधीय गुण निम्न है:
1. रक्तवर्धक (Blood Purifier) गुण
- चुकंदर का सबसे प्रमुख औषधीय गुण है— रक्त निर्माण और शुद्धि। इसमें आयरन और फोलिक एसिड प्रचुर मात्रा में होता है जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है।
- खून की कमी (एनीमिया) से पीड़ित लोगों के लिए चुकंदर का जूस अमृत समान है।
2. एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
- चुकंदर में मौजूद बीटालेन और पॉलीफेनॉल्स शरीर में सूजन को कम करते हैं और कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं।
- इससे कैंसर, हृदय रोग और समय से पहले बुढ़ापा आने का खतरा कम होता है।
3. हृदय स्वास्थ्य में सुधार
- चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट्स शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड में परिवर्तित होते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को फैलाने का काम करता है।
- इससे रक्त प्रवाह सही रहता है, ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और हृदय रोगों से बचाव होता है।
4. लिवर को डिटॉक्स करना
- चुकंदर लिवर को साफ करने का बेहतरीन प्राकृतिक तरीका है। यह शरीर से टॉक्सिन्स (विषैले पदार्थ) बाहर निकालने में मदद करता है।
- लिवर से जुड़ी समस्याओं जैसे फैटी लिवर, जॉन्डिस आदि में चुकंदर का जूस बहुत उपयोगी होता है।
5. पाचन तंत्र मजबूत करता है
- चुकंदर में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन सुधारता है, कब्ज दूर करता है और पेट को हल्का रखता है।
- नियमित सेवन से पेट साफ रहता है और गैस या एसिडिटी की समस्या घटती है।
6. त्वचा के लिए फायदेमंद
- चुकंदर का जूस रक्त को शुद्ध करता है, जिससे चेहरे पर नेचुरल ग्लो आता है।
- इसके एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा की कोशिकाओं को रिपेयर करते हैं और मुंहासों व झाइयों को दूर करने में मदद करते हैं।
7. मस्तिष्क को तेज करता है
- चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट्स मस्तिष्क तक रक्त प्रवाह बढ़ाते हैं, जिससे याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है।
- यह बुजुर्गों में डिमेंशिया या मानसिक कमजोरी से बचाव में मदद करता है।
8. वजन घटाने में सहायक
- कम कैलोरी और ज़्यादा फाइबर वाला चुकंदर वजन घटाने वालों के लिए बहुत अच्छा विकल्प है।
- यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है और अनावश्यक भूख को कम करता है।
9. पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए उपयोगी
- महिलाओं में पीरियड्स की अनियमितता और खून की कमी में लाभदायक
- पुरुषों में stamina और energy बढ़ाने में सहायक
10. कैंसर से बचाव
- वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि चुकंदर में मौजूद बीटालेन और बीटासायनिन्स कैंसर सेल्स की वृद्धि को रोक सकते हैं, खासकर कोलन और फेफड़ों के कैंसर में।
चुकंदर का सेवन कैसे करें? (How to Consume Beetroot in Hindi?)
चुकंदर को खाने के कई तरीके है, लेकिन सही तरीका जानना बहुत जरूरी है ताकि इसके पोषक तत्वों का पूरा लाभ मिले। चुकंदर का सेवन करने का सही तरीका नीचे दिया गया है:
1. चुकंदर का जूस
सबसे लोकप्रिय और फायदेमंद तरीका है — चुकंदर का जूस पीना।
बनाने की विधि:
- एक चुकंदर, एक गाजर, एक सेब और थोड़ा सा अदरक छोटे टुकड़ों में काट लें|
- सभी को मिक्सर में डालकर जूस बना लें।
- स्वाद के लिए थोड़ा नींबू और काला नमक डालें।
- सुबह खाली पेट इस जूस का सेवन करना सबसे फायदेमंद माना जाता है।
2. सलाद के रूप में
- कच्चे चुकंदर के पतले स्लाइस काटकर, नींबू और नमक डालकर खाएं।
- यह शरीर में आयरन की पूर्ति करता है और digestion भी सुधारता है।
3. सूप या सब्जी में
- सर्दियों के मौसम में चुकंदर का सूप पीना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
- इसे आलू या गाजर के साथ मिलाकर स्वादिष्ट सब्जी भी बनाई जा सकती है।
4. चुकंदर का रायता
- उबले हुए चुकंदर को कद्दूकस करके दही में मिलाएं। यह स्वादिष्ट और ठंडक देने वाला व्यंजन है।
5. चुकंदर स्मूदी
- वर्कआउट करने वालों के लिए चुकंदर स्मूदी ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत है। इसमें केले, दूध और थोड़ा शहद मिलाकर पी सकते हैं।
चुकंदर के नुकसान क्या है? (What are the Disadvantages of Beetroot in Hindi?)
हालांकि इसके कई फायदे हैं, लेकिन अधिक सेवन कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। चुकंदर के दुष्प्रभाव निम्न है:
1. किडनी स्टोन का खतरा
- चुकंदर में ऑक्सालेट्स होते हैं जो शरीर में स्टोन बनने की संभावना बढ़ा सकते हैं।
- किडनी स्टोन के मरीजों को इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
2. लो ब्लड प्रेशर
चुकन्दर ब्लड प्रेशर कम करता है, इसलिए जिनका BP पहले से लो रहता है, उन्हें ज्यादा मात्रा में इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
3. एलर्जी की समस्या
कुछ लोगों को चुकंदर से एलर्जी हो सकती है, जैसे त्वचा पर लाल चकत्ते या खुजली।
4. बीटुरिया (लाल पेशाब)
कई बार चुकंदर खाने के बाद पेशाब लाल रंग का दिख सकता है, जो हानिकारक नहीं है, लेकिन कुछ लोगों को डर लग सकता है।
यह सामान्य बात है।
किन लोगों के लिए चुकंदर खाना जरूरी है?
- जिन लोगों को एनीमिया (खून की कमी) है
- हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग
- लिवर या पाचन की समस्या से पीड़ित लोग
- वजन घटाने की कोशिश करने वाले व्यक्ति
- त्वचा की चमक बढ़ाना चाहने वाले लोग
किन लोगो को चुकंदर नहीं खाना चाहिए?
आइए हम आपको बताते है कि किन लोगों को चुकंदर से परहेज करना जरूरी है:
- जिनका ब्लड प्रेशर बहुत कम रहता है
- जिन्हें किडनी स्टोन या किडनी की समस्या है
- जिनका ब्लड शुगर बहुत ज़्यादा बढ़ा हुआ है
- बच्चों को कम मात्रा में देना चाहिए (दिन में आधा गिलास से ज़्यादा नहीं)
आयुर्वेद में चुकंदर का महत्व (Importance of Beetroot in Ayurveda in Hindi)
- आयुर्वेद में चुकंदर को “रक्तवर्धक और बल्य औषधि” कहा गया है।
- यह पित्त और वात दोष को शांत करता है और शरीर में संतुलन बनाए रखता है।
- आयुर्वेदिक ग्रंथों में इसे रक्त वर्धक रस, दीपन, पाचन और ताजगी देने वाला माना गया है।
कुछ प्रमुख उपयोग आयुर्वेद के अनुसार:
- चुकंदर का रस + गाजर का रस = एनीमिया में लाभदायक
- चुकंदर + शहद = थकान दूर करने में सहायक
- चुकंदर + नींबू = त्वचा में निखार और ग्लो लाता है
चुकंदर का उपयोग कैसे करे? (How to use Beetroot in Hindi?)
आप इसका कई तरह से उपयोग कर सकते है| चुकंदर के सेवन के घरेलू नुस्खे निम्न है, जो नीचे दी जा रहे है:
चेहरे की चमक के लिए:
- चुकंदर के रस में थोड़ा गुलाबजल मिलाकर चेहरे पर लगाएं।
- 15 मिनट बाद धो लें — इससे त्वचा मुलायम और चमकदार होती है।
बालों के झड़ने में:
- चुकंदर के रस में मेहंदी मिलाकर बालों में लगाएं।
- इससे बाल मजबूत होते हैं और रूसी कम होती है।
थकान और कमजोरी में:
- सुबह खाली पेट चुकंदर और गाजर का जूस पीने से शरीर में ऊर्जा आती है।
चुकंदर खाने का सही समय और मात्रा
सुबह खाली पेट या नाश्ते के साथ चुकंदर लेना सबसे अच्छा रहता है।
- जूस की मात्रा: दिन में 150–200 ml से अधिक न पिएं।
- कच्चे रूप में: दिन में 1 छोटा चुकंदर काफी है।
निष्कर्ष (Conclusion)
चुकंदर एक ऐसी प्राकृतिक औषधि है जो शरीर को अंदर से मजबूत बनाती है और कई गंभीर बीमारियों से बचाव करती है। इसका नियमित सेवन करने से रक्त शुद्ध होता है, त्वचा निखरती है, पाचन सुधरता है और शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।
हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में और सही तरीके से करना जरूरी है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें किडनी या BP की समस्या है।
इसलिए कहा जाता है —
“रोज़ एक गिलास चुकंदर का जूस, शरीर को रखे फिट और हेल्दी।”

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