Isabgol Benefits, Side effects and Uses
इसबगोल की भूसी क्या है? जानिए इसके फायदे, उपयोग और सेवन का सही तरीका
आज की तेज़ रफ़्तार वाली जिंदगी में पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखना बहुत मुश्किल काम हो गया है यह एक चुनौती जैसा बन गया है| लोगों के गलत खान-पान और अनियमित दिनचर्या के कारण कब्ज, एसिडिटी, पेट दर्द जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में एक आयुर्वेदिक उपाय की बहुत जरूरत होती है और इसबगोल की भूसी लंबे समय से इन समस्याओं का समाधान बनकर उभरा है|
इसबगोल की भूसी क्या है? (What is Isabgol?)
इसबगोल की भुस का अंग्रेज़ी में नाम Psyllium Husk है, यह एक प्रकार का प्राकृतिक रेशा (fiber) होता है। यह रेशा Plantago Ovata नामक पौधे के बीजों के ऊपर जो सफ़ेद पतली परत (outer covering) होती है उसमें से प्राप्त होता है| जब इन बीजों को संसाधित (process) किया जाता है, तब उनके छिलके को अलग करके भूसी बनाई जाती है।
इसबगोल की भूसी का रंग सफेद या हल्के क्रीम रंग की होती है, और जब इसको पानी के साथ मिलाया जाता है, तो यह फुल जाती है और जेली जैसी बन जाती है| यही गुण इसको विशेष बनता है- क्योंकि यही शरीर के साथ जाकर पेट की सफाई करने में मदद करता है|
इसबगोल की भूसी कितने प्रकार की होती है
इसमें दो प्रकार के रेशे पाए जाते हैं:
घुलनशील फाइबर (Soluble fiber): जो पानी में घुलकर जेली बना देता है और पाचन प्रक्रिया को धीमा करता है और पोषण के अवशोषण में मदद करता है।
अघुलनशील फाइबर (Insoluble fiber): जो शरीर में मल को भरी करता है और आँतों की गति (bowel movement) सामान्य बनाए रखने में मदद करता है|
यह फाइबर आधारित पूरक (fiber supplement) न ही सिर्फ पाचन तंत्र को ठीक रखता है, बल्कि यह कब्ज, गैस, पेट फूलना, एसिडिटी और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमरियों में भी राहत देता है|
इसबगोल कैसे बनता है?
इसबगोल की भूसी को बनाने के लिए प्लांटागो ओवाटा नामक पौधे के बीजों का इस्तेमाल किया जाता है इसके बीजों को एकत्र करके मशीनों की मदद से उनका छिलका (भूसी) को अलग किया जाता है| इस प्रक्रिया में केवल फाइबर को अलग किया जाता है, जिससे यह शुद्ध और असरदार बनता है।
इसबगोल की भूसी का उपयोग
इसबगोल भूसी का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में पाचन से जुड़ी कई समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है जैसे की:
- कब्ज से राहत दिलाता है
- एसिडिटी और गैस की समस्या में राहत पाने के लिए
- वजन को घटाने में मदद करता है
- कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित बनाए रखने में मदद करता है
- ब्लड शुगर को नियंत्रित रखता है
- आंतों को साफ रखने में मदद करती है
इसबगोल के सेवन से फायदे
इसबगोल खाने के फायदे अनेक हैं। नीचे कुछ प्रमुख लाभों के बारे में बताया गया हैं:
1. कब्ज से राहत:
इसबगोल भूसी में मौजूद फाइबर मल को नरम बनाता है जिससे मल त्यागने में आसानी होती है। यह आंतों को साफ करता है और रोज़ाना के मल त्याग को नियमित बनाता है।
2. वजन घटाने में सहायक:
अक्सर लोग पूछते है क्या इसबगोल की भूसी वजन घटाने में मदद करता है?
हाँ, यह वजन को घटाने में मदद करता है क्योंकि इसबगोल भूसी पेट में जाकर फूल जाती है जिससे भूख नहीं लगती है इस वजह से अधिक खाना खाने की इच्छा नहीं होती है|
3. कोलेस्ट्रॉल कम करना:
इसबगोल भुस में घुलनशील फाइबर भरपूर होते है जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है और हृदय को स्वस्थ बनाएं रखने में मदद करता है|
4. ब्लड शुगर नियंत्रण:
यह भूसी को खाने से शरीर में होने वाली सुगर को यह धीरे-धीरे अवशोषित कर लेता है, जो डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए फायदेमंद होता है।
5. आंतों की सफाई:
इसबगोल भूसी आंतों में जमा गंदगी को साफ़ करने में मदद करती है और शरीर को डिटॉक्स करने में सहायक होती है।
इसबगोल का सेवन कैसे करें?
इसबगोल का सेवन कैसे करना चाहिए, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे किस वजह से ले रहे हैं:
कब्ज के लिए: 1-2 चम्मच भूसी को गुनगुने पानी या दूध के साथ रात को सोने से पहले खाए|
वजन घटाने के लिए: खाने से 30 मिनट पहले 1 चम्मच भूसी को एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं।
वजन घटाने के लिए: खाना खाने के ३० मिनिट पहले 1 चम्मच भूसी को एक गिलास पानी के साथ मिलकर पिएं, इसे खाने से भूख कम लगती है|
एसिडिटी के लिए: भूसी को दही या ठंडे दूध में मिलाकर सेवन खाए। इससे एसिडिटी में राहत मिलती है|
इसबगोल की भूसी का सही सेवन
इसबगोल की भूसी तभी फायदेमंद होती है जब आप इसे सही समय पर और सही मात्रा खाया जाए। अगर आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो यह आपको नुकसान भी कर सकती है। इसे हमेशा पानी के साथ ही लेना चाहिए, ताकि यह पेट में अच्छे से फूल जाए और आंतों में कोई रुकावट ना बन पाए।
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इसबगोल की भूसी का सेवन कब करना चाहिए?
- कब्ज से राहत पाने के लिए रात को सोने से पहले सेवन करें|
- वजन घटाने के लिए भोजन से 30 मिनिट पहले सेवन करें|
- इसे कभी भी खाली पेट नहीं लेना चाहिए, इससे गैस या सूजन की समस्या हो सकती है|
इसबगोल की भूसी की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए?
- वयस्कों के लिए 1 से 2 चम्मच भूसी रोज़ाना पर्याप्त है|
- बच्चों को डॉक्टर की सलाह के बिना ना दें|
- गर्भवती महिला इसबगोल की भूसी के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें|
ध्यान दें: अधिक मात्रा में लेने से उल्टा असर हो सकता है जैसे पेट में दर्द या ब्लोटिंग होना|
इसबगोल भूसी के नुकसान
वैसे तो इससे बहुत सारे फायदे हैं, परंतु इसके कुछ संभावित नुकसान भी हैं यहाँ हम जानेंगे इसबगोल भूसी से होने वाले नुकसान के बारें में:
- अधिक सेवन करने से पेट फूलना, गैस या पेट में दर्द हो सकता है|
- पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने पर आंतों में ब्लॉकेज हो सकता है
- कुछ लोगों को इसबगोल भूसी से एलर्जी भी हो सकती है
- लंबे समय तक बिना डॉक्टर की सलाह से सेवन करना हानिकारक हो सकता है|
निष्कर्ष:
इसबगोल की भूसी एक प्राकृतिक तरीका है जो पाचन तंत्र को सही रखने में मदद करती है| अगर आप इससे रोजाना सही मात्रा में सेवन करें, तो ये कई तरह की सेहत की समस्याओं से राहत देती है।
अगर आप कब्ज, वजन बड़ने या पेट से जुड़ी परेशानियों से परेशान हैं, तो इसबगोल की भूसी को अपनी रोज़ की आदत में शामिल करें। ये आपकी सेहत में अच्छा और साफ़ बदलाव ला सकता है| पर ध्यान रहे इसका अधिक मात्रा में सेवन करना हानिकारक भी हो सकता है|
नोट: किसी भी आयुर्वेदिक या घरेलू उपाय को अपनाने से पहले एक बार डॉक्टर की या आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।